tag:blogger.com,1999:blog-4022156713558877487.post8217519045817814813..comments2023-06-12T01:55:41.607-07:00Comments on nIlofar: सायबरस्क्वैटिंग और टायपो स्क्वैटिंगNilofarhttp://www.blogger.com/profile/07736429734031698581noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-4022156713558877487.post-69251109736461301122010-02-05T19:10:17.111-08:002010-02-05T19:10:17.111-08:00जानकारियों से समृद्ध हुआ।जानकारियों से समृद्ध हुआ।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4022156713558877487.post-62043724848075140652010-02-05T14:42:55.421-08:002010-02-05T14:42:55.421-08:00इस पोस्ट की गहनता सराहनीय है ।
पर, मैं इसकी सामयिक...<i><br />इस पोस्ट की गहनता सराहनीय है ।<br />पर, मैं इसकी सामयिकता को जिस सँदर्भ में देख पा रहा हूँ, वह सँदिग्ध है !<br />चिट्ठाचर्चा ब्लॉगस्पॉट की एक अव्यवसायिक साइट है, जिससे किसी का भी कोई व्यवसायिक हित नहीं सधता, ऎसे में तथाकथित स्क्वैटर को किस आधार पर चुनौती दी जा सकती है ? यह हम ब्लॉगाप्रेमियों के लिये एक ब्रॉन्ड हो सकता है, पर ऎसे किसी स्क्वैटिंग से होने वाली सँभावित हानि को न्यायविद किस बिना पर रेखाँकित कर पायेंगे, यह विचार करने की बात है ! <br /><br /><br />आम तौर पर मैं मॉडरेशन तले टिप्पणियाँ नहीं कर पाता, पर इस पोस्ट की तथ्यात्मकता प्रभावित करती है ।<br /></i>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4022156713558877487.post-42543951335870383262010-02-05T10:45:48.789-08:002010-02-05T10:45:48.789-08:00ओह.. पढ़ा तो खूब गया इस पोस्ट को, मगर एक भी कमेन्ट...ओह.. पढ़ा तो खूब गया इस पोस्ट को, मगर एक भी कमेन्ट नहीं है.. विस्मयकारी नहीं लगा मुझे..PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.com